पुरखों की तह्ज़ीब से महका बस्ता पीछे छूट गया
जाने किस वहशत में घर का रस्ता पीछे छूट गया
बच्चे मेरी उंगली थामे थामे पीछे पीछे चलते थे
फिर वह आगे दौड़ गए मैं तन्हा पीछे छूट गया
अहद-ए-जवानी रो रो काटा, मीर मियां सा हाल हुआ
लेकिन उनके आगे अपना क़िस्सा पीछे छूट गया
पीछे मुड़ कर देखेगा तो आगे बढ़ना मुश्किल है
मैंने कितनी बार कहा था 'देखा पीछे छूट गया'
एक दो बातें कहनी हों तो कहना आसान है
अब हम तुम को क्या बतलाएं क्या क्या पीछे छूट गया
सरतापा सेराब थे ख़ालिद चारों जानिब दरया था
प्यास में जिस दम शिद्दत आई पीछे दरया छूट गया
Thursday, April 30, 2009
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